मेरे सपनों का भारत
सर्वे भवन्तु सुखिनः - सभी सुखी हों
आज हम यहां एक ऐसे भारत के सपने को साकार करने के लिए इकट्ठे हुए हैं, जो न केवल अपने नागरिकों के लिए तरक्की का रास्ता खोलेगा बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेगा। यह भारत, मेरे सपनों का भारत, एक ऐसा भारत होगा जहां...
सबका साथ, सबका विकास:
* शिक्षा सर्वसुलभ और गुणवत्तापूर्ण हो, जहां हर बच्चे को अपने सपने को पूरा करने का अवसर मिले।
* स्वास्थ्य एक मौलिक अधिकार हो, जहां गरीब से गरीब व्यक्ति भी बेहतरीन चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठा सके।
* नौकरी के अवसर सभी के लिए उपलब्ध हों, जहां युवाओं को अपने हुनर दिखाने का मंच मिले।
* समाज में सभी जातियों, धर्मों और लिंगों के लोगों का सम्मान हो, जहां समानता और न्याय का राज हो।
आत्मनिर्भर भारत:
* कृषि में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हो, जहां किसानों को अपनी उपज का उचित दाम मिले।
* उद्योग प्रगतिशील और तकनीकी रूप से उन्नत हों, जहां देश में रोजगार के नए अवसर पैदा हों।
* नवाचार और खोज को प्रोत्साहन मिले, जहां देश विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बन सके।
* पर्यावरण की रक्षा हो, जहां हर नागरिक अपने देश के प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करने के लिए प्रतिबद्ध हो।
विश्व में भारत:
* विश्व शांति का प्रबल पक्षधर हो, जहां शांतिपूर्ण तरीके से समस्याओं का समाधान हो।
* अंतरराष्ट्रीय सहयोग का अग्रणी हो, जहां विकास और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हो।
* सभ्यता और संस्कृति का केंद्र हो, जहां भारतीय परंपराओं और मूल्यों का सम्मान हो।
मेरे सपनों का भारत, एक ऐसा भारत होगा जहां हर नागरिक अपनी क्षमता को निखार सके, जहां सभी को समान अवसर मिले, जहां सभी का सम्मान हो और जहां देश की प्रगति में सभी का योगदान हो। यह सपना हम सब मिलकर साकार कर सकते हैं, बस हमें अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और मिलकर काम करना होगा।
जय हिंद!