कल्पना चावला: एक भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री
कल्पना चावला एक भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थीं, जिनका जन्म 1 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ था। वे अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला थीं और अंतरिक्ष में जाने वाले सात भारतीयों में से एक थीं।
शिक्षा और करियर:
* कल्पना चावला ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
* इसके बाद उन्होंने टेक्सास विश्वविद्यालय से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री और डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
* उन्होंने 1988 में नासा में काम करना शुरू किया, जहाँ उन्होंने NASA के एम्स रिसर्च सेंटर में रिसर्च इंजीनियर के रूप में काम किया।
अंतरिक्ष मिशन:
* कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में दो मिशन किए:
* स्पेस शटल कोलंबिया (मिशन STS-87): यह मिशन 19 नवंबर 1997 से 1 जून 1997 तक चला। इस मिशन के दौरान, कल्पना चावला ने SPACEHAB मॉड्यूल में कई वैज्ञानिक प्रयोग किए।
* स्पेस शटल कोलंबिया (मिशन STS-107): यह मिशन 16 जनवरी 2003 को शुरू हुआ था। इस मिशन के दौरान, कोलंबिया अंतरिक्ष यान पृथ्वी पर वापसी के दौरान टूट गया, जिससे कल्पना चावला सहित सभी सात अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई।
अंतरिक्ष यात्री के रूप में कल्पना चावला की उपलब्धियां:
* वे अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला थीं।
* उन्होंने दो अंतरिक्ष मिशन पूरे किए।
* उन्होंने कुल 372 घंटे अंतरिक्ष में बिताए।
* उन्हें NASA से "स्पेस फ्लाइट मेडल" और "डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल" से सम्मानित किया गया।
सम्मान और स्मृति:
* कल्पना चावला को उनकी वीरता और उनके योगदान के लिए "अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
* उनके नाम पर एक क्रेटर भी है, जिसे "चावला क्रेटर" के नाम से जाना जाता है।
* भारत में कई स्कूल और संस्थान उनके नाम पर हैं।
कल्पना चावला एक प्रेरणादायक शख्सियत थीं जिन्होंने अंतरिक्ष में जाने का सपना देखा और उसे साकार किया। उनकी मृत्यु के बावजूद, उनकी विरासत आज भी बहुतों को प्रेरित करती है।